जाने कौन सा रक्षा सूत्र कब बंधना चाहिए। raksha sutr ( moli dhaga ) bandhne ka trika tatha mantra
.Raksha sutra bandhne ka tarika tatha matra .
आज कल हाथों में रंग बिरंगे धागे बंधने का फैशन चला है हर कोई हाथों में कई रंगों के धागे बंधता है। जब भी घर में पूजा होती है तो हाथ मे रक्षा सूत्र बांधे जाते हैं। काम ही लोगों को पता है इन सूत्रों से जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह होता है और अगर सही तरीके से सही इष्ट देवता को को ध्यान में रख कर बांधा जाता है तो इनसे अच्छे परिणाम मिलते हैं।
आज कल हाथों में रंग बिरंगे धागे बंधने का फैशन चला है हर कोई हाथों में कई रंगों के धागे बंधता है। जब भी घर में पूजा होती है तो हाथ मे रक्षा सूत्र बांधे जाते हैं। काम ही लोगों को पता है इन सूत्रों से जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह होता है और अगर सही तरीके से सही इष्ट देवता को को ध्यान में रख कर बांधा जाता है तो इनसे अच्छे परिणाम मिलते हैं।
रक्षा सूत्र बांधने का सही तरीका moli bandhne ka tarika in hindi
आईए जानते है कौन सा धागा किस देवता या ग्रहों के अनुसार बंधना चाहिए।
शनि - नीले रंग के सूती घागे को शनिवार के दिन बांधने से शनि देव की कृपा आती है।
बुद्ध - बुद्ध ग्रह के लिए हरे रंग का मुलायम या रेशमी धागा बांधना चाहिए ।
गुरु और विष्णु - गुरु के लिए हाथ में पीले रंग का रेशमी धागा बांधना चाहिए
शुक्र और लक्ष्मी - शुक्र और लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए सफेद रेशमी धागा उत्तम होता है।
चंद्र ओर शिव - शंकर भगवान की कृपा के लिए भी सफेद धागा अच्छा माना गया है।
राहु केतु ओर भैरव - काले रंग के धागे से राहु केतु तथा भैरव बाबा की कृपा आती है।
मंगल और हनुमान- बजरंग बली की कृपा के लिए लाल धागा सर्वोत्तम है।
कैसे बंधे रक्षा सूत्र
जिस भी देवी देवता या ग्रह के अनुसार आपको धागा बांधना है । उस दिन आप उन भगवान के मंदिर जाए नियम पूर्वक पूजा करें तथा रक्षा सूत्र को भगवान के चरणों मे रहने दें फिर पंडित जी से धागा बंधवा लें। साथ ही उन्हें दक्षिण स्वरूप कुछ दान दें।
रक्षा सूत्र ( मोली) बांधने का मंत्र
येन बद्धो बलीराजा दानवेन्द्रो महाबल:।
तेन त्वामनुबध्नामि रक्षे माचल माचल।।
तेन त्वामनुबध्नामि रक्षे माचल माचल।।
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