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दो रस्ते Story of Hubble Space Telescope motivational story in hindi






 इस post हम बताना चाहते हैं अगर कभी हम अपने जीवन में 
अपने लक्ष्य को पाने में असफल हो गए या थक  गए तो तब ,हमें हार नही मानना हैं.क्यूं  की जब आप  हर मन लेते हैं तो आपके दिल को छणिक सुकून तो जरूर  मिलेगा और आप अपने आपको  झूठी दिलाशा देंगे चलो जो हुआ ठीक हुआ। अगर हम वो काम कर लेते तो ये हो जाता , वो जाता लेकिन हमारा दिल जनता है जो हुआ अच्छा नहीं   हुआ। क्यूं  की हम अपने लक्ष्य पाने की ख़ुशी  से वंचित रह गए।
इसलिए जब भी  अपने लक्ष्य को पाने में असफल हो गए, तो हमें उसी समय दूसरे रस्ते के बारे में दिल से सोचना चाहिए की मैं और क्या कर सकता हूँ,क्या गलती हो गयी थी,  रास्ता है क्या और जब हम दिल से सोचेंगे तो कोई कारन  नहीं की हमें रास्ता नही दिखे। " अगर  कभी दूध फट जाये तो हम पनीर  बना सकते हैं  ऐसी सोच रखनी चाहिए। कभी कोई chance , last नहीं  होता हमेशा second last  होता है. बस आप दिल से सोचें रास्ता जरूर मिलेगा।

  बात नासा के  Hubble Space Telescope की है। नासा के विज्ञानिकों ने कई साल के मेहनत और  अरबों डॉलर खर्च के बाद  अंतरिक्ष की गहराइयों को देखने के लिए 1990 में Hubble Space Telescope को अंतरिक्ष में प्रक्षपित किया। सरे वैज्ञानिक काफी खुश थे क्यूं की Telescope से भेजे गए चित्र अन्तरिक्षः के कई रहस्यों को उजागर करने वाले थे। कई वैज्ञानिकों ने अपने जीवन का एक हिस्सा इस प्रोजेक्ट को सपर्पित कर दिया था। इस Telescope से कई प्रकाश वर्ष दूर की  फोटो  ली  जा सकती थी । जब Telescope प्रक्षपित हुआ तब सारे  वैज्ञानिक बेसब्री से पहले तस्वीर ल इंतजार कर रहे थे और जब पहली तस्वीर आई तो सबका दिल बैठा  



चित्र मिरर ठीक करने से पहले 

गया। तस्वीर उनकी उम्मीद से एकदम अलग था। तब उन्हें लगा की कुछ गरबड़ हो गयी है सबको लगा की सब अब सब खत्म  जो धुंदली तस्वीरें सामने आई उनका कोई महत्व नही था, और सामने मीडिया थी वो भी देखना चाहती थी पहली तस्वीरें. किसी की हिम्मत नही हो रही थी की वो कुछ बोल पाये।अब उनके सामने दो रस्ते थे एक वो अरबों डॉलर के प्रोजेक्ट को ऐसे ही छोर दें ,या फिर नयी उम्मीद और लगन से सोचे आखिर उनसे गलती कहा हुई। उन्होंने ने दूसरा रास्ता अपनाया और पता लगाया की टेलिस्कोप के mirror में गरबडी  है जो सही picture रिफ्लेक्ट नही कर पा  रही थी।  एक बात अच्छी थी की Hubble Space Telescope को  अंतरिक्ष में ही सर्विसिंग हो सके इस तरह से डिज़ाइन किया गया था अब उन्होंने उसके मिरर को ठीक करना सुरु किया और ३ साल के बाद जब दुनियां ने उकी पहली तस्वीर देखी तो वे दांग रह गये.



चित्र मिरर ठीक करने  के बाद 

 जो आकाश रात में काला  और दिन में नीला है सच्चाई में वो कितने रंगो से भरा है  हम अपनी  आकाश गंगा  के बेहतरीन चित्रों को देख पाये टेलिस्कोप से मिले तस्वीरों से वैज्ञानिको को अपने आगे के अनुसन्धान में मदद मिली। इस कहानी का तातपर्य ये है की अगर वो विज्ञानिक हार मान लेते तो हम अंतरिक्ष के उन बेहतरीन नज़रों से मरहूम रह जाते। इसलिए हम जब भी अपना काम सुरु करें तो बस ये याद रखिये  चाहे कुछ भी हो जाये तो बस हमें अपने लक्ष्य पे पहुचना है चाहे  जैसे हो। अगर कोई इक्षा सच्चे ह्रदय से की जाये तो परमात्मा भी उसे पूरा करने में मदद करते हैं  


ये पोस्ट आपको कैसा लगा जरूर बताएं इससे हमें अपने वेबसाइट को निखारने में औऱ मदद मिलती है धन्यवाद 

1 comment:

  1. However, these new age of telescopes will groups settling capable more noteworthy than even the biggest known telescope.
    best spotting scope

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