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what is Mutual Fund in hindi

mutual fund

जब हमारी आमदनी बढ़ती है तब हम अपने पैसों को कही निवेश करना चाहते हैं जिससे भविष्य में हम  अपने काम के लिए   अच्छे पैसे जमाकर पाएं । वैसे तो हम कई परम्परागत तरीकों से निवेश करते  जैसे की। जमीन खरीदना या फिर सोने में  लगाना। हमारे लिए  सुविधाजनक होता है बैंक में फिक्स्ड  डिपॉज़िट करना जिसमे हमारा पैसा भी सुरक्षित होता है और हमें उन पैसों पे व्याज भी मिलता है।

                सभी निवेश  अपने -अपने  जगह  पे सही हैं। लेकिन उनमे कुछ दिक्क़ते भी  जैसे की अगर आपने जमीन  लगाया और  आपको  पैसों की तुरंत जरुरत पारी तो   आप तुरंत जमीन बेच के  पैसे नही निकाल सकते। और जहां तक बैंक में फिक्स्ड  डिपॉज़िट का सवाल है उसमे  में उतना व्याज नही मिलता जिससे आपके लक्ष्य की पूर्ति हो पाये। इसलिए अगर अपने पैसों पे ज्यादा रिटर्न चाहिए तो अपना पैसा शेयर मार्किट में लगाना होगा। लेकिन वहां भी  काफी उतार- चढ़ाव होता है जिससे छोटे निवेशकों  नुकशान होता है। वैसे   भी शेयर मार्केट में  काम करने के लिए  शेयर मार्केट का  ज्ञान आवश्यक है।  तो इसका आसान उपाय Equity Mutual Fund  द्वारा  निवेश करना है । आइये जानते  क्या  होता  Mutual Fund,


What is Equity Mutual Fund

अगर आसान भाषा में समझा जाए तो Equity Mutual Fund एक  ऐसा माध्यम है जिसके द्वारा हम शेयर मार्किट में पैसा लगते है जिसमे हमारा  सीधे कोई योगदान नही होता है  उसके बदले फण्ड मैनेजर   हमारे पैसों को मैनेज करते हैं। 

Types Of Mutual Fund 

1.Largcap Mutual Fund

Largcap Mutual Fund में सारी  Largcap कम्पनयो के शेयर में पैसा लगाते हैं। इसमें रिस्क काम रहता है लेकिन रिटर्न भी कम मिलता है। लेकिन अगर आप ज्यादा रिस्क नही लेना चाहते तो आप इसमें पैसा लगा सकते  हैं।   


2.Midcap & Smallcap Mutual Fund
Midcap & Smallcap Mutual Fund में सारी  छोटी मझोली   कम्पनयो के शेयर में पैसा लगाते हैं। इसमें रिस्क ज्यादा रहता है  साथ ही  रिटर्न भी ज्यादा  मिलता है।
2.Debt Fund

Debt का अर्थ होता है कर्ज।  अतः  कंपनियां  इसमें सरकरी बांड वग़ैरह में पैसा लगाती हैं। ये भी बैंक के फिक्स्ड डिपाजिट की  तरह   होता है।   



How Mutual Fund Works 

Mutual Fund  में हम पैसा SIP ( systematic investment plan ) के द्वारा लगाते हैं। जहा हमारे पैसों से कई कम्पनिओं के शेयर ख़रीदे जाते हैं। और वो जितनी कंपनियों में पैसा लगते हैं उसकी एक वैल्यू निकालते हैं जिसे  NAV( Net asset value )  कहा जाता।  आइये जानते हैं NAV  क्या होता। और अपने निवेश की वैल्यू कैसे निकालते हैं। 

मान लीजिये आपने किसी Mutual Fund कंपनी में पैसा लगाया जिसका NAV 30 रूपए हैं। आप NAV वैल्यू mony control  की वेबसाइट  पर जा कर देख सकते हैं। अच्छा तो आपने इस महीने 2000  रूपये जमा किये जिसे  Mutual Fund कंपनी NAV  30  रूपये   हिसाब से  आपको 2000 रुपए के यूनिट देगी। 2000/30= 66 यूनिट ऐसे ही  हर महीने आपके अकॉउंट में यूनिट जुरते जायेंगे। मान लीजिये 3 साल बाद आपके अकॉउंट में 2000 यूनिट जमा हो गए । और nav है 40 तो   आपको 2000  *40 = 80000  रुपये मिलेंगे। 

Mutual Fund में भी रिस्क तो होता ही है लेकिन अगर आप लम्बी अवधी कम से कम  3 साल तक पैसा रखते हैं तो आपके अच्छे पैसे बनेंगे। 


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