तृष्णा hindi stoory
एक बार एक दम्पत्ति एक साधु के आश्रम दर्शन को पहुंचे , वहां उन्हें कूड़े के ढेर पर एक सोने का चिराग फेंका हुआ दिखा , तो दोनों ने अचंभित होके पूछा महाराज ये चिराग कियूं फेंका हुआ है , तब साधु ने कहा ये चिराग तीन मुराद पूरी करता है और बदले में एक चीज लेता है। आज तक जो भी इसे ले गया वापस यही फेंक जाता है।
दम्पत्त्ती वहाँ से जाने लगे जाते जाते चुपके से वो चिराग अपने साथ लेते गए। घर पहुंचते ही वो उसे आजमाना चाहते थे , सो दोनों चिराग के पास बैठे और सबसे पहले अपने लिए १० लाख मांगे। तभी दरवाजे पे दस्तक हुई पति ने दरवाजा खोला एक आदमी खड़ा था उसके हाथ में एक बैग था और वो बोला - आपके बेटा मेरे गाड़ी से टकराकर मर गया लीजिए १० लाख रुपए उसका मुवावजा। ये सुनते ही दोनों के पैरों के निचे से जमीन खिसक गयी। फिर पति को याद आया की उसकी दूसरी मुराद तो बाकि ही है। तो उसने चिराग से दूसरी मुराद मांगी की उसका बेटा आजाये। तभी बादल गरजने लगे जोर की आंधी आई और उसका बेटा प्रेत रूप में वापस आगया। अब दोनों का देख के डर गए फिर उन्होंने ने चिराग से तीसरी मुराद मांगी की उसके बेटे को प्रेत योनि से मुक्ती मिल जाये और उसके बेटे को प्रेत योनि से मुक्ति मिल गयी। उदास मन और गुस्से से दोनों उस चिराग को उसी साधु के यहाँ वापस फेक आये।
कहानी कैसी लगी जरूर बताये धन्यवाद
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